
परिवहन विभाग ने यात्री बस का परमिट व फिटनेस किया निरस्त
मंदसौर। जिले में लगातार हो रही बारिश से लगभग सभी नदी नाले उफान पर चल रहे है। प्रशासन द्वारा बार – बार अलर्ट करने और वाहन चालकों को पुल या रपट पर पानी होने पर पार नहीं करने की सलाह दी जा रही है। लेकिन फिर भी कई बस चालक अपनी और यात्रियों की जान जोखिम में डालकर बहते पानी में बस या अन्य वाहनों को डाल रहे है। बुधवार को सामने आए मामले के अनुसार सुवासरा नगर में प्रवेश के लिए गुराडि़या प्रताप के यहां बने रेल्वे अण्डरब्रीज के नाले में बारिश का पानी आ जाने से लगभग 4 से 5 फीट गहरा पानी अण्डरब्रीज में भरा गया। जिसमें एक यात्री बस बुधवार की दोपहर को फंस गई।
प्राप्त जानकारी के अनुसार विजयलक्ष्मी बस सर्विस जो कि गरोठ से मंदसौर की ओर आ रही थी। सुवासरा बस स्टेण्ड पर स्टॉपेज होने के बाद मंदसौर आ रही थी कि रेल्वे अण्डरब्रीज पर 5 फीट तक गहरा पानी भरे होने पर भी ड्रायवर ने लापरवाही बररते हुए बस को पानी में उतार दिया जिसके परिणामस्वरूप अण्डरब्रीज के निचे पानी में जाकर बंद हो गयी। ड्रायवर की खूब कोशिशों के बावजूद भी बस आगे नही बढ़ सकी और वहीं बंद हो गई। बाद में इसकी जानकारी थाने व अन्य लोगों को दी गई। सूचना मिलती ही कई स्थानीय लोग मौके पर पहंुच और ट्रेन की पटरी के सहारे यात्रियों को सुरक्षित बस से बाहर निकाला गया।
अण्डरब्रीज था पुल होता तो गंभीर हादसा हो सकता था
यह तो गनीमत रही ही हादसा अण्डरब्रीज के यहां पर हुआ जहां पानी का बहाव तेज नहीं था केवल जमा हुआ पानी था। यही हादसा किसी नदी के पुल या रपट पर होता तो ड्रायवर की गलती से गंभीर हादसा हो सकता था। वैसे कई बस चालक या अन्य वाहन चालक लापरवाही बरतकर नदी के रपट को पार करते हुए देखे जा सकते है।
नहीं मानते है ड्रायवर
कई बार गहरे पानी होने के कारण यात्रियों द्वारा बस चालक को बस को पानी में नहीं उतारने के लिए कहा जाता है तो यह बस चालक कॉॅम्पीटिशन के चक्कर में यात्रियों की एक नहीं सुनते है और बस को रपट या पुल के उपर बहते गहरे पानी में उतार देते है। जिससे कई बार तो भगवान भरोसे बस पुल को पार कर जाती है और कई बार हादसा हो जाता है।
कई नाले उफान पर, बाईक सवार बहा
तेज बारिश के चलते जिले के लगभग सभी नदी नाले उफान पर है। बुधवार को सेमलिया हीरा की सोमली नदी पर पुल के ऊपर पानी होने के कारण एक आदमी अपनी मोटरसाइकिल सहित बह गई। बाद में उक्त व्यक्ति को तो नदी में से निकाल लिया गया लेकिन उसकी मोटरसाइकिल पानी के बहाव में बह गई। इसी प्रकार मेल खेड़ा – चंदवासा मार्ग पर मेल खेड़ा के पास स्थित पुलिया पर भी नदी का पानी आने से मार्ग अवरूद्ध हो गया।
हमेशा की तरह बाद में ही हुई कार्यवाही
बारिश को लेकर राज्य शासन और प्रशासन द्वारा बार – बार अलर्ट जारी किए गए। लेकिन जिला प्रशासन की भारी बारिश को लेकर कोई खास तैयारियां ऐसा नजर नहीं आता हे। खेर विजयलक्ष्मी बस जो कि अण्डरब्रीज में ड्रायवर की गलती के कारण फंस गई थी। इसमें भी वहीं हुआ जो हर हादसे के बाद होता है। हादसे के बाद कार्यवाही। घटना की जानकारी मिलने के बाद आरटीओ मंदसौर द्वारा उक्त बस का फिटनेस व परमिट निरस्त कर दिया गया वहीं ड्रायवर का भी लायसेंस निरस्त किया गया है।
शिवना नदी की छोटी पुलिया पर आया पानी
लगातार बारिश के चलते शिवना नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ता गया। जिसके चलते बुधवार की दोपहर तक शिवना नदी उपर बने छोटे पुन पर पानी आ गया जहां पर दो पुलिस जवानों की तैनाती भी की गई। इसी प्रकार भेसा खेड़ा डेम के 4 गेट खुलो गए। भेसा खेड़ा डेम पर भी 2 पुलिस जवानों की तैनाती की गई। मल्हारगढ़ के ही काका गाडगिल बांध के चार गेट खोले गए और कालाभाटा बांध के भी पानी की तेज आवक होने के कारण एक गेट खोला गया।
सीतामऊ में बारिश का आंकड़ा 30 इंच पहंुचा
मंगलवार बुधवार की मध्यरात्रि से शुरु ही बारिश का दौर बुधवार को दिनभर चलता रहा। लगातार हो रही बारिश से सभी नदी नाले उफान पर आने से कई गाँवो का नगरीय क्षेत्र से आवागमन का सम्पर्क टूट गया है। जिससे आमजीवन अस्त व्यस्त दिखाई दिया। अब तक क्षेत्र में तीस इंच के लगभग बारिश का आंकड़ा पहुँच चुका है।
रपट व छोटी पुलिया पर पानी से आवागमन घण्टो बंद
नाहरगढ। ग्रामीण अंचल मे आने -जाने वाले मार्ग आये दिन छोटी पुलिया व रपट के कारण बंद हो रहे है। बारिश होते ही क्षेत्रवासी आवागमन बंद के कारण परेशान हो रहे है। कई जनप्रतिनिधि व जननेता आये व गये पर समस्या का समाधान आज तक नही हुआ है । कई वर्षो की समस्या पर जागरूकता कम है। सिधा मार्ग नाहरगढ से बिल्लोद के बीच शिवना छोट पुल के कारण घण्टो रास्ता बंद। पाल्यामारू के पास छोटी पुलिया पर पानी से बंद हो गया।