
मन्दसौर। बादलो व हवा के बीच काला सोने के नाम से पहचान रखने वाली अफीम फसल पर ग्रामीण अंचल मे लुनाई व चिराई का कार्य चल रहा है। बादलो भरी हवा से काली मस्सी ( खाखरीया रोग), सफेद मस्सी, जुलसा रोग की बिमारी भी फसलो पर अक्सर दिखाई दे रही है। अन्नदाता किसान भी कम पानी से परेशान होकर जैसे तैसे फसल को बड़ा करता है। महिला – पुरूष भी अफीम फसल पर लुनाई व चिराई कार्य मे लगे हुए है। किसान मोहन विश्वकर्मा बरखेड़ा डांगी ने बताया कि काफी मेहनत करके कम पानी के बीच फसल को तैयार करते है। फसल पर ठंडा व गर्म मौसम के कारण बीमारी भी आ रही है। दवाई छिड़काव करके उपचार कर रहे है। ईश्वर पर विश्वास रखकर चिराई कर रहे है।