
जैन समाज मनायेंगा संवत्सरी महापर्व
मंदसौर। आज 2 सितम्बर सोमवार से दस दिवसीय गणेशोत्सव की शुरूआत होने जा रही है। आज शुभ मुहुर्त में घर – घर विघ्नहर्ता विराजित होगे। इसके साथ ही नगर में 200 से अधिक सार्वजनिक पाण्डालों में गणपति की स्थापना की जाएगी। गणेशोत्सव के लिए शहर में गणपति प्रतिमाओं की दुकानें कई दिनों से सजी हुई है। आज सुबह से शाम तक गणपति जी को ले जाने व विराजित करने का क्रम चलता रहेगा। वहीं श्वेताम्बर जैन समाज द्वारा आज पर्यूषण पर्व का अंतिम दिन संवत्सरी महापर्व के रूप में मनाया जाएगा।
पर्यावरण के लिए इको- फ्रेंडली श्री गणेश जी की मूर्तियां वितरण
यश नगर निवासी प्रकाश एवं श्रीमती रानी श्रीवास्तव द्वारा गणेश चतुर्थी के पवित्र त्यौहार के लिए उनके द्वारा मिटटी से निर्मित भगवान श्री गणेश जी की इको – फ्रेंडली मूर्तियां पर्यावरण की सुरक्षा को देखते हुए श्रद्धालुओं को उनके निवास से लगभग सौ से अधिक मूर्तियां वितरित की गयी । इको – फ्रेंडली श्री गणेश जी की मूर्तियों को बनाने के पीछे श्रीवास्तव परिवार का खास उद्देश्य यह है की पीओपी से बनी मूर्तियों को जब हम जल में विसर्जित करते है तो पानी तो अशुद्ध होता ही हे साथ ही पर्यावरण भी प्रदूषित होता हे मिटटी से बनी मूर्ति को हम अपने घर आँगन बगीचे व् गमले में विसर्जित कर सकते हे पानी में आसानी से घुलनशील होने के साथ साथ ये पावन मूर्तियां पूजन अर्चन के बाद समूचे वातावरण को भी सुगन्धित कर देती हैं।
साईमंदिर में लगा मेला, लगभग 500 गणेशजी बनाए
सत्यसाई सेवा समिति मंदसौर तथा अभिनन्दन बालाजी एवं साई धाम निर्माण समिति के तत्वावधान में 1 सितम्बर, रविवार को साईमंदिर अभिनन्दन नगर में ‘‘मिट्टी के श्री गणेश सीखों, बनाओ और घर ले जाओ‘‘ आयोजित किया गया। जिसमें सैकड़ों बच्चों, महिलाओं एवं नागरिकों ने भाग लेकर मिट्टी व श्रृंगार सामग्री से श्री गणेश की लगभग 500 मनभावन प्रतिमाएं बनाई और अपने घर ले जाकर विराजित किये। मंदिर समिति ने भी आकर्षक प्रतिमा बनाकर मंदिर में विराजित की।
लगभग 6 घण्टे चले इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री सत्यसाई सेवा समिति के जिलाध्यक्ष डी.सी. सक्सेना एवं मंदिर समिति के अध्यक्ष जे.सी. पाटीदार उपस्थित थे। मिट्टी के गणेशजी बनाने का प्रशिक्षण अशोक मालवीय, सुनिता सिसौदिया ने दिया। पर्यावरण संरक्षण के इस अनूठे आयोजन में बच्चों व महिलाओं ने बढ़चढ़ भाग लिया। गणेशजी बनाने हेतु मिट्टी व अन्य सामग्री समिति द्वारा निःशुल्क उपलब्ध करवाई गई।