
जांच अधिकारियों के समक्ष दर्ज कराई शिकायत, 15 दिन के भीतर कार्रवाई नही होने पर आंदोलन की चेतावनी
पिपलियामंडी। यहां रेलवे स्टेशन पर करीब 20 वर्ष से पदस्थ स्टेशन मास्टर द्वारा यात्रियों के साथ किए जा रहे दुर्व्यवहार की शिकायत के बाद बुधवार को डीआरएम कार्यालय से पहंुचे जांच अधिकारियों के समक्ष रेल सुविधा विस्तार समिति, यात्रियों व गणमान्य नागरिकों ने शिकायत दर्ज कराते हुए अभद्र व्यवहार करने वाले स्टेशन मास्टर के खिलाफ कार्रवाई कर तत्काल हटाने की मांग की। जांच के लिए बयान देने गए रेल सुरक्षा समिति सदस्यों के साथ भी स्टेशन मास्टर ने अभद्र व्यवहार किया, जिसकी शिकायत भी समिति सदस्यों ने जीआरपी थाना नीमच को की है। जानकारी के अनुसार स्टेशन मास्टर मुखराज मीणा यहां करीब बीस वर्षों से पदस्थ है, बीच में कुछ समय के लिए अन्यत्र तबादला हुआ, लेकिन ये सांठ-गांठ कर यहीं पदस्थ रहे। बीच-बीच में इनके यात्रियों के साथ दुर्व्यवहार को लेकर डीआरएम कार्यालय को शिकायत भी हुई, लेकिन ये माफी मांगकर या जांच अधिकारियों से सांठ-गांठ कर यहीं बने रहे। स्टेशन मास्टर को नही हटाया तो पिछले दिनों पिपलिया में पहंुचे रेलवे के जीए अनिलकुमार गुप्ता को 7 फरवरी 2018 को रेल सुविधा विस्तार समिति सदस्यों सहित गणमान्य नागरिकों ने स्टेशन मास्टर द्वारा यात्रियों के साथ लंबे समय से किये जा रहे दुर्व्यवहार को लेकर शिकायत की। शिकायत की जांच के लिए 4 जुलाई को मण्डल कार्यालय रतलाम से जांच अधिकारी सत्यनारायण बैरागी एवं मुकेश बोरीवाल रेलवे स्टेशन पहंुचे, यहां रेल सुविधा विस्तार एवं सुरक्षा समिति सदस्यों, गणमान्य नागरिकों व यात्रियों ने स्टेशन मास्टर के खिलाफ जमकर आक्रोश जताते हुए बयान दर्ज कराए।
इन्होंने दर्ज कराई शिकायत-
स्टेशन मास्टर के खिलाफ रेल सुविधा विस्तार समिति अध्यक्ष अनिल शर्मा, संरक्षक रमेश तेलकार, चौथमल गुप्ता, सदस्य बाबूलाल पंवार, डॉ. अरुण मंूदड़ा, गणमान्य नागरिक राजेन्द्र अग्रवाल, जगदीश पोरवाल, अनिल उस्ताद, कैलाश घाटिया आदि ने बयान दर्ज कराकर बताया कि अभी तक पिपलिया के इतिहास में किसी भी रेलवेकर्मी की इतनी शिकायत नही हुई, जितनी मुखराज मीणा की सामने आई है। यात्रियों के साथ ही गणमान्य नागरिकों के साथ भी इनका व्यवहार व भाषा ठीक नही है। बयान दर्ज कराने के साथ ही यह भी चेतावदी दी कि अगर स्टेशन मास्टर को हटाकर कार्रवाई नही हुई तो धरना व आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
अभद्र व्यवहार पर की शिकायतरू-
रेलवे स्टेशन पर बयान देने के बाद जब जांच अधिकारियों ने शिकयतकर्ताओं को हस्ताक्षर कराने के लिए बुलाया तो स्टेशन मास्टर मुखराज मीणा उनसे अभद्र व्यवहार करने लगा व गाली-गलौज कर धौंस दी कि स्टेशन परिसर में आकर दिखाना, चालान बनवा दंूगा। जब रेल सुरक्षा समिति ने रेल सुरक्षा समिति के कार्ड बताए तो स्टेशन मास्टर ने कहा कि एसे बहुत सारे कार्ड देखता हंू, आना मत स्टेशन परिसर में। इस मामले को लेकर रेल सुरक्षा समिति सदस्यों ने स्टेशन मास्टर के खिलाफ जीआरपी थाना नीमच को भी शिकायत दर्ज कराई है। स्टेशन मास्टर की दादागिरी का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि जांच करने आए अधिकारियों के समक्ष भी यह शिकायकर्ताओं से अभद्र व्यवहार करने से नही चूका तो आमजन से इनका कैसा व्यवहार होगा ?