
मंदसौर। बुधवार को पिपलिया में किसानो को श्रद्धांजलि देने के नाम पर आगामी विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने एक विशाल आमसभा का आयोजन किया गया था। आमसभा कुछ हद तक सफल भी रही और आमसभा को सफल बनाने का श्रेय भी प्रदेश की सौ विधानसभा सीटों से कांग्रेस के टिकिट पर चुनाव लड़ने की लालसा रखने वाले नेता अपने अपने क्षेत्र से अपने अपने वाहनों से कार्यकर्ताओं को लेकर आए थे। विशाल आमसभा को देख कांग्रेस का हर पदाधिकारी खुश जरूर हुआ। लेकिन विशाल आमसभा में मंदसौर संसदीय क्षेत्र के कांग्रेस के कद्दावर नेता बचपन से लेकर 87 वर्ष की उम्र तक कांग्रेस का दामन थामे रखने वाले पूर्व काबिना मंत्री, पूर्व सांसद बालकवि बैरागी को मंच से याद नहीं करना मंदसौर संसदीय क्षेत्र की जनता को रास नहीं आया।
स्मरण रहें कि कांग्रेस के कद्दावर नेता श्री बालकवि जी बैरागी का कुछ ही दिनों पूर्व उनके गृहनगर मनासा में निधन हो गया था। भरोसेमंद सूत्रों का कहना है कि किसी समय श्रीमती सोनिया गांधी को हिन्दी की शिक्षा देने का कार्य श्री बैरागी जी ने ही किया था। ऐसे में राहुल गांधी द्वारा अपनी ही पार्टी के दिवंगत बड़े नेता को भूलना या भूला देना ठीक नहीं है। कम से कम क्षेत्र के नेताओं को राहुल जी को बैरागी जी के बारे में जानकारी देना थी। जो शायद भीड़ को देख अभिभूत हो गए थे और वे भी कद्दावर नेता श्री बैरागी को भूल गए।