
बिना पुलिस व्यवस्था के हुआ चौधरी कॉलोनी में शांतिपूर्ण आयोजन
मंदसौर। नगर में इन दिनों धर्ममय माहौल बना हुआ है। एक तरफ हिन्दू समाज द्वारा धूमधाम से गणेशोत्सव मनाया जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ मुस्लिम समाज द्वारा ताजियें निकालकर मोहर्रम का पर्व मनाया जा रहा है। प्रतिदिन नगर के अलग अलग हिस्सों में मुस्लिम समाज द्वारा ताजियें निकाले जा रहे है। लेकिन बुधवार को नगर के चौधरी कॉलोनी में कौमी एकता का एक अभूतपूर्व वातावरण देखने को मिला यहॉ पर एक तरफ तो गणपति की आरती हो रही थी तो वही दूसरी तरफ ताजियें भी निकल रहे थे सबसे बड़ी चौकानें वाली बात तो यह रही कि इस आयोजन में एक भी पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था। दोनों ही समाज के लोगों ने एक दूसरे की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए शांतिपूर्वक तरीके से दोनों आयोजनों को संपन्न करवाया।
क्षेत्रीय पार्षद प्रतिनिधि तरूण शर्मा ने बताया कि विगत् 33 वर्षो से क्षेत्र में गणपति जी की प्रतिमा विराजित कि जाती है। वहीं विगत् 13 वर्षो से क्षेत्र में मोहर्रम के पर्व पर ताजियें निकाले जा रहे है। इस अवसर पर बलविंदर सिंह सिद्धू, राजेन्द्र व्यास, साई सोनी, मुकेश सेठिया, नरेन्द्र मालू, खुर्रम शेख, जाकिर हुसैन, मोहसिन आदि उपस्थित थे।
दोनो समुदाय दोनों पर्वो में करते है सहयोग
शर्मा ने बताया कि हिन्दू व मुस्लिम समुदाय के समाजजन हिन्दू व मुस्लिम पर्व को मिल जुलकर मनाते है और दोनों ही समाज आयोजनों में आर्थिक व अन्य सहयोग प्रदान करते है।
लाईट बनी बाधा, तो मिलकर सुलझाया
गणपति जी के पाण्डाल के सामने से जब ताजियें निकल रहे थे तब पाण्डाल की डेकोरेशन वाली लाईटें ताजियें के रास्तें में बाधा बनी तब दोनों की समाज के लोगों ने सूझबूझ का परिचय देते हुए ताजियें को सबके सहयोग से बड़ी आसानी से लाईटों के नीचे से निकाल दिया।
बिना पुलिस व्यवस्था के शांतिपूर्वक हुआ आयोजन
अमूमन देखने में आता है कि हिन्दू व मुस्लिम समाज के आयोजन यदि साथ में होते है तो उस क्षेत्र को पुलिस छावनी बना दिया जाता है। लेकिन बुधवार को चौधरी नगर के आयोजन में एक पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था। तरूण शर्मा ने बताया कि पुलिस प्रशासन को सूचना तो दि गई थी लेकिन उस समय कोई भी पुलिसकर्मी वहां पर मौजूद नहीं था। जो सबके लिए आश्चर्य का विषय बना रहा और किसी प्रकार की अप्रिय घटना भी घटित नहीं हुई।