
मंदसौर निप्र। शुक्रवार को गरोठ के बाजार अचानक बंद होने लगे व्यापारियों द्वारा न किसी संगठन के आव्ह्वान व न किसी कि अपील पर व्यापार व्यवसाय बंद रखना किसी के भी समझ में नहीं आ रहा था। अचानक बंद से हर कोई अचंभित था वहीं प्रशासन भी बंद को लेकर हतप्रद की स्थिति में नजर आ रहा था। न तो कोई संगठन बंद की जिम्मेदारी ले रहा था और न ही प्रशासन बंद का कारण बता पा रहा था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार को गरोठ बंद होने से जहाॅ व्यापार व्यवसाय प्रभावित हुआ वहीं यात्री बसों पर भी बंद का असर देखने को मिला। बताया जाता है कि अनन्त चतुर्दशी क दिन हुए विवाद में प्रशासन ने निरपराध लोगों पर प्रतिबंधात्मक कार्यवाही की है। उसी के परिणामस्वरूप गरोठ बंद रहा है।। हालांकि इस बात कि पुष्टि किसी भी स्तर पर नहीं कि गई है। लेकिन मुख्य रूप से यही कहा जा रहा है कि प्रशासन द्वारा निर्दोष लोगो पर प्रकरण दर्ज किये गये है। बंद के दोरान गरोठ में पूरी तरह शांति कायम रही वहीं चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात था। वहीं जिले के आला अधिकारी पूरी घटना पर निगाह रखे हुए थे।
इस संबंध में विधायक चंदरसिंह सिसौदिया ने बताया कि शुक्रवार को हुए गरोठ बंद को लेकर कोई स्पष्ट कारण उभरकर सामने नहीं आया है। परंतु यह कयास लगाये जा रहे है कि दो दिन पूर्व नगर में हुए विवाद में प्रशासन द्वारा कि गई कार्यवाही के विरोध स्वरूप बंद रहा। वहीं कुछ लोगों द्वारा जीएसटी को लेकर भी बंद करने की बात कही गई है। लेकिन बंद के दौरान नगर पूरी तरह से शांत रहा।