
चुनाव आयोग ने जारी किए आदेश, उम्मीदवारों नेताओ का गणित ज्ञान भी बिगड़ा
भोपाल. आदेश में शासन को कहा गया है कि आयोग चुनाव कराने के लिए पूरी तरह तैयार है, प्रदेश में संक्रमण की स्थिति पर निगरानी रखी जाए, जब भी आंकड़ों तथा अपनी तैयारी से राज्य शासन को यह महसूस हो कि स्थितियां सुधरी हैं, तो राज्य निर्वाचन आयोग को तत्काल अवगत कराया जाए, आयोग तत्काल निर्वाचन कराने के लिए तैयार है। मध्य प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव की तारीखों के जल्द एलान की संभावनाओं के बीच निर्वाचन आयोग ने चुनाव अगले तीन महीने तक के लिए टाल दिए है। राज्य निर्वाचन आयोग ने इस सम्बन्ध में आदेश जारी कर नगरीय निकाय और त्रि-स्तरीय चुनाव पंचायतों के चुनाव को फरवरी तक स्थगित कर दिया है। अब फरवरी 2021 के बाद चुनाव कराये जाने पर फैसला होगा।
राज्य निर्वाचन आयोग ने अपने आदेश में इसके पीछे कोरोना संक्रमण को बड़ी वजह बताया है। आयोग ने कहा है कि नगरीय निकाय के चुनाव जो दिसंबर माह 2020 – जनवरी 2021 में आयोजित कराये जाने थे। इसी प्रकार त्रि-स्तरीय पंचायतों के प्रस्तावित आम निर्वाचन जो माह दिसंबर-फरवरी 2021 तक आयोजित कराने थे। इन्हे माह फरवरी 2021 तक स्थगित किये जा रहे हैं। इस सम्बन्ध के आदेश शनिवार को जारी किये गए है।
आयोग ने बताया कि राज्य के कुल 407 नगरीय निकायों में से 307 का कार्यकाल 25 सितम्बर 2020 को समाप्त हो गया है। साथ ही 8 नगरीय निकायों का कार्यकाल जनवरी एवं फरवरी 2021 में पूर्ण हो रहा है। त्रिस्तरीय पंचायतों में पंच, सरपंच, जनपद सदस्य एवं जिला पंचायत सदस्यों का कार्यकाल मार्च 2020 में समाप्त हो चुका है। इन निकायों के साथ नवगठित 29 नगर परिषदों का निर्वाचन भी संपन्न कराना है। आदेश में शासन को कहा गया है कि आयोग चुनाव कराने के लिए पूरी तरह तैयार है, प्रदेश में संक्रमण की स्थिति पर निगरानी रखी जाए, जब भी आंकड़ों तथा अपनी तैयारी से राज्य शासन को यह महसूस हो कि स्थितियां सुधरी हैं, तो राज्य निर्वाचन आयोग को तत्काल अवगत कराया जाए, आयोग तत्काल निर्वाचन कराने के लिए तैयार है।