
मन्दसौर। पं. दीनदयाल उपाध्याय वृद्धजन सेवा केन्द्र (डे केअर सेंटर) के वरिष्ठजनों ने स्व. श्री नागूलाल परमार की अंतिम प्रेरणा एवं प्रजापिता ब्रह्मकुमारी आश्रम की समता दीदी के मार्गदर्शन में माउण्ट आबू में चल रहे राजयोग शिविर में हेमा दीदी के सानिध्य में सहभागिता करते हुए आबू के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल ज्ञान सरोवर, नक्की झील, दिलवाड़ा जैन मंदिर, अचलगढ़, पीस पार्क, सोलर प्लांट का भ्रमण करते हुए अरावती पर्वत से सूर्यास्त (सनसेट) का मनोरम दृश्यावलोकन किया।
भ्रमण दल मंे ओमप्रकाश मिश्रा, राजेन्द्र पोरवाल, अम्बालाल चन्द्रावत, अशोक क्षोत्रिय, सत्यनारायण श्रीवास्तव, आर.पी. व्यास, आर.के. महाजन, भंवरसिंह सौलंकी, नवनीत डाबी, रामचन्द्र बैरागी, मांगीलाल पोरवाल, नन्दकिशोर राठौर ने प्रजापति ब्रह्मकुमारी के आबू रोड़ स्थित शांतिवन में संचालित राजयोग शिविर में गीता दीदी से ‘‘जीवन में सुख शान्ति के लिये स्वयं की पहचान’’ आत्मा एवं परमात्मा का संबंध, जीवन में शांति कैसे, हमारी शक्तियां, मन बुद्धि संस्कार जैसे विषयों पर दिये उद्बोधन को आत्मसात किया। डायमण्ड हाॅल में 102 वर्षीय जानकी दीदी की ओजस्वी वाणी में राजयोग का सार ‘‘आत्मचिन्तन राजयोग की आधारशीला’’ सुना। दल ने अतिरिक्त समय में उड़न खटोले से 75 मीटर ऊँचाई पर स्थित गुजरात की अम्बेमाता के दर्शन कर रोमांचक अनुभव के साथ माता की शक्तिपीठ पर दर्शन कर शक्ति अर्जन किया। यात्रा के सूत्रधार स्वर्गीय श्री नागूलाल परमार का स्मरण पूरी यात्रा में रहा। श्री परमार की अंतिम इच्छानुसार आबू भ्रमण को डे केअर सेन्टर के सभी ने वरिष्ठों की ओर से भावभीनी श्रद्धांजली महसूस किया।