
मंदसौर (Brajesh Arya)। अब तक के सबसे बड़े चुनावी महासंग्राम के लिए मंदसौर, मल्हारगढ़, सुवासरा और गरोठ विधानसभा सीट पर मतदान से 48 घण्टे पहले सोमवार को शाम पांच बजे से चुनाव प्रचार का शोर थम गया। प्रचार के अंतिम दिन प्रत्याशियों ने जमकर पसीना बहाया। उन्होंने घर-घर जाकर वोट मांगे। कांग्रेस प्रत्याशी नरेंद्र नाहटा ने मतदाताओं को रिझाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी। अन्य प्रत्याशियों ने भी ताबड़तोड़ सभाएं करके अपने पक्ष में हवा बनाने का काम किया। शाम पांच बजे प्रचार बंद होने के साथ ही बाहरी मंत्रियों, पूर्व मंत्रियों, सांसदों, विधायकों, पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं को जिला छोडऩे का जिला प्रशासन की तरफ से आदेश जारी कर दिया गया है। 28 नवंबर को मतदान होना है। शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए प्रशासन ने सभी तैयारियां पूर्ण कर ली हैं। मतदान दलों को आज रवाना कर दिया जाएगा। चुनाव प्रचार के आखिरी दिन तक राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों के साथ निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी मतदाताओं को रिझाने के पूरे प्रयास किए। चुनाव के बाद 11 दिसंबर को मतगणना का कार्य होगा।
किसकी सरकार बनेगी और मंदसौर का विधायक कौन होगा इसका फैसला तो 11 दिसम्बर को होगा, लेकिन उसके पहले होने वाले चुनावी मैच में 28 तारीख को वोट डलने के साथ ही उनकी किस्मत ईवीएम मशीन में कैद हो जाएगी। इसके पहले दोनों दलों के प्रत्याशी व कार्यकर्ता अपनी पार्टी के प्रत्याशी को जिताने के लिए दम लगा रहे हैं। इस बार कांटे की टक्कर होने के साथ ही वोटर भी मौन हैं, जिससे प्रत्याशियों की बेचैनी भी बढ़ रही है। मतदाताओं का कहना है कि यह तो 11 दिसंबर को ही पता चलेगा की वोट किसे दिया है। कांग्रेस अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए जहां पूरा दम खम लगा रही है तो वहीं बीजेपी ने भी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी सभा करके वोटरों को अपने पाले में करना चाहा है। कल शाम पांच बजे चुनाव प्रचार थम गया है कल सांय पांच बजे चुनाव में लगे वाहनों की अनुमति रद्द हो गयी है और कहीं भी सभा या एनाउंस नहीं कर सकते हैं।
मतदाताओं से करेगें सीधा संपर्क
चुनाव प्रचार पूरी तरह से थम चुका है अब मतदाताओं को अपना नेता चुनने के लिए मात्र एक दिन शेष है। कल के दिन मतदाता के भाग का मत ईवीएम में बंद हो जाएगा। इससे पहले मंगलवार को प्रत्याशी और उनके समर्थक मतदाताओं से सीधा संपर्क स्थापित करेगें। इसके साथ ही चर्चाओं एवं संपर्कों के माध्यम से माहौल अपने पक्ष में करने का प्रयास किया जाएगा। राजनैतिक दलों ने सोमवार को इसको लेकर बैठके कर विचार विमर्ष किया।
कड़ी सुरक्षा के बीच होगा मतदान:
विधानसभा चुनाव की घड़ी जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है वैसे-वैसे मौसम में चुनावी रंग समाता चल जा रहा है। मतदान 28 नबम्वर को होना है इस लिहाज से इसमें सिर्फ एक दिन शेष रह गया है। मौसम में चुनावी सरगर्मीयें पूरी तरह घुल चुकी है। अब प्रत्याशी और उनके समर्थक मतदाताओं से सीधे रूबारू होगें। दूसरी ओर प्रशासन भी मतदान को लेकर कमर कसकर मैदान में उतर चुका है। तैयारियें पूरी हो चुकी है और जिम्मेदार इनकी समीक्षा में लगे हुए हैं।
27 को होगी सामग्री वितरण:
मतदान के लिए सामग्री का वितरण आज को होगा। मतदान के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किये गए हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदान सामग्री का वितरण सुबह 9 बजे से किया जाएगा।
प्रशासन ने कसी कमर:
शोरगुल वाला प्रचार अभियान खत्म होने के बाद प्रशासन ने भी इसका पालन करने के लिए कमर कस ली है। शोरगुल वाला प्रचार खत्म होने के साथ ही जिले में धारा 144 लागू हो गई है। कलेक्टर ने बताया कि जिन मतदाताओं के पास संबंधित क्षेत्र के मतदाता पत्र होगें उनको ही क्षेत्र में रुकने दिया जाएगा।
मतदान केंद्र की 100 मीटर परिधि में मोबाइल का उपयोग प्रतिबंधित
कलेक्टर ओमप्रकाश श्रीवास्तव ने बताया कि 28 नवंबर को मतदान होने तक मतदान केंद्र की 100 मीटर की परिधि में कोई भी व्यक्ति मोबाइल, कार्डलेस फोन का उपयोग नहीं करेगा। यह प्रतिबंध पीठासीन अधिकारी, निर्वाचन आयोग के प्रेक्षक, सुरक्षा में लगे अधिकारियों, प्रशासनिक अधिकारी पर लागू नहीं होगा, इन अधिकारियों को भी अपना मोबाइल साइलेंट मोड में रखना होगा। किसी भी स्थिति में ऐसे बूथों के पास भीड़ को इकट्ठा होने की अनुमति नहीं दी जाएगी, न ही मतदान केंद्र पर ऐसे व्यक्ति को आने की अनुमति दी जाएगी जो पहले ही मतदान कर चुका हो।
जिले से लगती अंतरराज्यीय सीमाएं पैरामिलेट्री फोर्स की अलग-अलग कंपनियों के हवाले कर दी गई हैं। उन्होंने भी दोपहर बाद से ही जिले में आने वाले हर वाहन की जांच शुरू कर दी है। सुबह से ही सेक्टर मोबाइल भी जिले में घूमने लगी हैं। दोपहर में शहर में सिक्किम से आई कंपनी ने फ्लैग मार्च किया।
जिले को 12 कंपनियां पैरामिलेट्री फोर्स की मिली हैं और तीन एसएएफ की आई हैं। जिले में 20 जगह से राजस्थान से रास्ते आ रहे हैं। इन सभी जगहों पर बने बैरियर पर पैरामिलेट्री फोर्स के जवानों को भी तैनात किया गया है। इसके अलावा 14 बैरियर दो जिलों की सीमा पर बनाए गए हैं। यहां पुलिस व एसएएफ के जवान जांच कर रहे हैं। सोमवार को दिन में सिक्किम से आई कंपनी ने मंदसौर के प्रमुख मार्गों पर फ्लैग मार्च किया। मंदसौर विधानसभा में रहने वाले मतदान कर्मियों की ड्यूटी सुवासरा, मल्हारगढ़ व गरोठ विधानसभा में लगाई गई है। इनको राजीव गांधी क्रीड़ा परिसर में खड़ी बसों से शाम को 5 बजे से भेजा गया।