
नीमच। मध्यप्रदेश के नीमच में रविवार तड़के चार कैदी जेल की 22 फीट ऊंची दीवार फांदकर फरार हो गए। फरार कैदी दुष्कर्म, नशीली दवाओं की तस्करी समेत संगीन अपराधों में सजा काट रहे थे। मामले में जेलर समेत चार जेल प्रहरियों को निलंबित कर दिया गया। वहीं, फरार कैदियों को गिरफ्तार करने में मदद करने वालों को 50 हजार रुपए इनाम देने का ऐलान भी किया गया।जेलर आरसी बसुनिया के मुताबिक, वारदात सुबह 3.30 बजे से 4.30 बजे की है। बैरक नंबर 11 के चार कैदी बैरक के सरिए काटकर बाहर आ गए और जेल की दीवार पर रस्सा डालकर दीवार पर चढ़ गए और बाहर छलांग लगा दी। बैरक के अंदर से आरी के चार पत्ते मिले हैं। जेल में 27 प्रहरी हैं, जिनमें से 7 महिलाएं है।
शहरी ने भी की मददप्रारंभिक जांच में प्रहरियों की लापरवाहीं के साथ वारदात में किसी बाहरी व्यक्ति द्वारा मदद किए जाने की बात सामने आ रही है। सर्कल जेल अधीक्षक आरआर डांगी के मुताबिक, जेल प्रहरियों विजेंद्र धाकड़, ईश्वर, संचित शर्मा और बालमुकुंद लवाना को लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही जेलर वसुनिया को भी सस्पेंड कर दिया गया।
फरार कैदियों में 2 राजस्थान केनरसिंह पिता बंसीलाल बंजारा (20) निवासी ग्राम गणेशपुरा थाना भिंडर जिला उदयपुर। नरसिंह को एनडीपीएस के तहत 10 साल की सजा हुई थी।
दुबे लाल पिता दशरथ धुर्वे (19) निवासी ग्राम गोगरी थाना नौगांव जिला मंडला। दुबेलाल को धारा 376 में 10 साल की सजा हुई थी। पंकज पिता रामनारायण मोंगिया (21) निवासी ग्राम नल वाई थाना बड़ी सादड़ी जिला चित्तौड़। पंकज एनडीपीएस के तहत सजा काट रहा था। लेख राम पिता रमेश बावरी (29) निवासी ग्राम चंदवासा थाना मल्हारगढ़ जिला मंदसौर मामले में जेल डीजी संजय चौधरी ने कहा कि सुरक्षा में जो भी लापरवाही हुई है उस की बारीकी से जांच की जाएगी. इसके साथ ही मौके पर एडीजी जेल और डीआईजी जेल भी पहुंच चुके हैं. वही संजय चौधरी का दावा है कि स्थानीय पुलिस की मदद से जल्द ही फरार कैदियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उनमें सुधार भी किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाएगी। आई जी राकेश गुप्ता, कमिश्नर अजीत कुमार, डीआईजी गोरव राजपूत, जेल डीआइजी मनसाराम आदि ने कनावटी जेल पहुंचकर घटना का जायजा लिया।