
विघिविधान से भट्टी पूजन के साथ नैवेघ बनाने का श्री गणेश हुआ
मंदसौर। भूत भावन भगवान श्री पशुपतिनाथ महोदव की ऐतिहासिक शाही सवारी के पश्चात् प्रातः काल आरती मण्डल के तत्वाधान में परंपरानुसार इस वर्ष भी महारूद्राभिषेक हवन पूजन के साथ छप्पन भोग महोत्सव आगामी 25 अगस्त रविवार को मनाया जावेगा। 56 भोग को लेकर भक्तों द्वारा तैयारीयां जोरो-शोरो से शुरू कर दी गई हैं। भक्तों में अपार उत्साह बना हुआ हैं । सोमवार से 56 भोग के नैवेघ बनने का श्री गणेश भट्टी पूजन के साथ हुआ। यह आयोजन विगत कई वर्षो से अनवरत रूप से आयोजित हो रहा है।
भगवान श्री पशुपतिनाथ महादेव प्रातः काल आरती मण्डल के अध्यक्ष प.दिलीप शर्मा, प्रवक्ता उमेश परमार ने बताया कि,नाना प्रकार की मिठाईयों का नवैद्य भोग लगाया जावेगा,रविवार को सुबह 09 बजे महारूद्राभिषेक विद्वान पण्डितों के आर्चायत्व में शुरू होगा इसके पश्चात् प्रातः 11 बजे मंदिर शिखर पर विशालकाय ध्वजा चढाई जावेगी साथ ही मंदिर परिसर स्थित अन्य मंदिर पर ध्वजा चढेगी और फिर महोदव का महारूद्राभिषेक किया जावेगा। दोपहर में बाबा का नैनाभिराम श्रृगांर कर 56 भोग का नेवैद्य लगाया जावेगा। वहीं हवन पूजन के आयोजन भी होगें इसके पश्चात् भव्य आरती का आयोजन भी होगा। सोमवार को भटी पूजन विधि विधान से विद्धान पंण्डित राकेश भट्ट के आचार्यरत में दोपहर में हुआ है।