सीतामऊ निप्र। केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा कई जन हितेषी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है जिनको अधिकारी किस प्रकार औपचारिकता में तब्दील कर देते हैं इसका प्रमाण जनपद पंचायत में देखने को मिला।
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा रोजगार योजना के तह मनरेगा योजना के तहत गरीब परिवार के हितों में कई योजनाओं का क्रियान्वयन हो रहा है इन योजनाओं में कार्यरत मजदूर वर्गों को विभिन्न मदों पर आर्थिक सहायता का भी प्रावधान है उक्त योजनाओं व आर्थिक सहायता के प्रावधानों के गांव गांव में प्रचार प्रसार हेतु फ्लेक्स बनवाए जा कर गांव-गांव में लगाने के निर्देश भी दिए गए जनपद पंचायत के सीईओ राकेश शर्मा के दिशा निर्देश जनपद पंचायत द्वारा हजारों रुपए के फ्लेक्स तो बनवाए गए मगर हमने ग्राम पंचायत मुख्यालयों में भी नहीं लगवाई जाकर सैकड़ों फ्लेक्स एक कोने में पटक दिए गए जो लंबे समय से धूल में पड़े है इन फ्लेक्सो को बनाने में कितनी तत्परता दिखाई गई उतनी ही लापरवाही इनको लगाने में बरती जा रही हैं यह विसंगति क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है एवं अधिकारियों की मंशा पर उंगलियां उठने लगी है। चर्चा में बताया जा रहा है कि शासन की योजनाओं का लाभ यदि हकदारों को मिल गया तो उनके स्वार्थ कैसे सिद्ध हो पाएंगे योजनाओं वह प्रावधानों की जानकारी पात्रों को नहीं हो सके शायद इसी कारण इन फ्लेक्सो को गांव में नहीं लगाया गया शासन के निर्देशों के पालन में हजारों रुपए की बर्बादी कर मात्र औपचारिकता का निर्वाह कर दिया गया जनपद क्षेत्र में 107 ग्राम पंचायतें हैं। यदि इनका सही उपयोग होता तो गांव के गरीब मजदूर परिवार को योजनाओं प्रावधानों का लाभ मिल सकता है।