
मन्दसौर। मंदसौर-जावरा संसदीय क्षेत्र में लगातार हर चुनाव में पोरवाल समाज के उम्मीदवारों की दोनों राजनीतिक दलों द्वारा घोर उपेक्षा की जा रही है इस उपेक्षा के कारण समाज में भाजपा एवं कांग्रेस दोनों राजनीतिक दलों के प्रति आक्रोश व्याप्त हो रहा है समाज की सभी इकाइयां अखिल भारतीय पोरवाल महासभा, अखिल भारतीय पोरवाल युवा संगठन, महिला मंडल, नवयुवती संगठन चैरिटेबल ट्रस्ट कुटुंब सहायक संस्था आदि में दोनों पार्टियों से पुरजोर मांग की कि समाज के व्यक्ति को इस विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार घोषित करें।
सर्वविदित है कि मंदसौर जावरा संसदीय क्षेत्र में लगभग 140000 पोरवाल मतदाता निवास करते हैं उनमें से 35000 मतदाता सुवासरा विधानसभा में 25000 मतदाता गरोठ विधानसभा में एवं लगभग 15000 मतदाता मंदसौर विधानसभा में निवास करते हैं इतनी अधिक संख्या में मतदाता होने के बाद भी दोनों पार्टियां लगातार समाज की उपेक्षा कर रही है।
लगातार हो रही उपेक्षा से नाराज होकर पोरवाल समाज ने चेतावनी दी है यदि आगामी विधानसभा चुनाव 2018 में जो राजनीतिक दल पोरवाल समाज का उम्मीदवार नहीं बनाएगा उसका समाज विरोध करें।
इस प्रकार का प्रेस नोट पोरवाल महासंघ नई दिल्ली के अध्यक्ष लक्ष्मीनारायण गुप्ता इंदौर, अखिल भारतीय पोरवाल महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी एल धनोतिया एडवोकेट नीमच, अखिल भारतीय पोरवाल युवा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोविंद पोरवाल पिपल्या मंडी, युवा संगठन के राष्ट्रीय संरक्षक मुकेश पोरवाल नीमच, संस्थापक राजेंद्र संघवी देवास, युवा संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अशोक पोरवाल देवास, पोरवाल महासंघ महिला प्रकोष्ठ की संयोजक श्रीमती सीमा पंकज मेहता, महासंघ स्वास्थ्य मंत्री रामकिशन पुरवार (लालाजी), महासंघ न्याय मंत्री सतीश गुप्ता इंदौर, युवा संगठन वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेंद्र उदिया ,वरिष्ठ उपाध्यक्ष नरेंद्र मुजावदिया शंख चाय शामगढ़, राष्ट्रीय महामंत्री युवा संगठन महामंत्री विमल धनोतिया खड़ावदा, नीमच जिला अध्यक्ष गणेश बटवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष कमलेश पोरवाल आदि ने दोनों राजनीतिक दलों से समाज को प्रतिनिधित्व देने की मांग की अन्यथा ’जो पार्टी समाज के व्यक्ति को उम्मीदवार नहीं बनाएगी समाज उसका विरोध करेगा।
सर्वविदित है कि इंदौर देवास उज्जैन नागदा सहित संपूर्ण मालवा क्षेत्र में पोरवाल समाज निवास करता है एवं इस विरोध का असर पूरे मालवा क्षेत्र में पार्टी को भुगतना पड़ सकता है।