
मंदसौर। सेन्ट थॉमस विद्यालय में सर्वपल्ली राधाकृष्णन को पुष्पांजलि अर्पित करते हुए शिक्षक दिवस मनाया गया। सर्वप्रथम परम्परागत विद्यालयीन बैंड के साथ तिलक लगाकर, पुष्पो से सभी शिक्षकगणों का विद्यार्थियों ने स्वागत किया। प्राचार्या सिस्टर सजीवा ने आशीष वचन के साथ प्रार्थना करके कार्यक्रम की शुरुआत की गई। संस्था मैनेजर फादर केनेडी थॉमस, उपप्राचार्य सिस्टर इसबेल, शिक्षकगणो व विद्यार्थियों ने देश के दूसरे राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की। फादर केनेडी थॉमस ने अपने उध्बोधन में सभी शिक्षकगणो को शिक्षक दिवस की बधाई व शुभकामनाएं प्रदान करते हुए कहा कि शिक्षक ईश्वर का दिया हुआ अनोखा उपहार है, शिक्षक कभी साधरण नहीं होता, उनका दर्जा हमेशा से ही पुज्जनिय रहा है। विद्यालय के हेड गर्ल, हेड बॉय ,12 वी कक्षा के विद्यार्थियों के सहयोग से विद्यार्थियों ने शिक्षकों के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमो की प्रस्तुतिया दी गई। कार्यक्रम का संचालन अक्षत जैन, चेतन्य जैन, सुमन पार्थ, मिताली हुपेले व अमतुल्लाह मिथियावाला ने किया स्वागत भाषण पिं्रस सिंघवी ने दिया। छात्रा अविना जैन ने शिक्षक दिवस के महत्व को बताया,साथ ही परिधि जैन ने स्व लिखित सुंदर कविता को प्रस्तुत किया। धन्यवाद भाषण वरिष्ठ शिक्षिका श्रीमती डोरिस मैथयू छात्रा पानवाला ने दिया। उक्त जानकारी संस्था की जनसंपर्क अधिकारी श्रीमती संगीता सिंह रावत ने दी।
भारतीय उ.मा.विद्या मंदिर में शिक्षक सम्मान समारोह हुआ
शिक्षक ही एक मात्र ऐसा व्यक्ति होता है जो अपने शिष्य से हारना पसंद करता है। वह अपने पुत्र पुत्री की प्रगति से ज्यादा अपने शिष्य की प्रगति की चिंता करता है और उसकी उपलब्धियों को अपनी उपलब्धि मानकर बहुत प्रसन्न होता हैं इसीलिये अनादिकाल से शिक्षकों के सम्मान में पूरी श्रद्धा भाव से पूरे विश्व का समाज नतमस्तक होता है। उक्त विचार अम्बाराम पाटीदार, प्राचार्य हायर सेकेण्डरी क्र. 2 मंदसौर ने मुख्य अतिथि के पद से व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षक का असली सम्मान पुष्पहारों या गुलदस्तों से नहीं होता है वरन् विद्यार्थी अपने अनुशासन, अच्छी पढ़ाई एवं अच्छा नागरिक बनता है तो शिक्षक का सम्मान अपने आप हो जाता है। इस अवसर पर राज्यपाल पुरस्कार प्राप्त जयेश नागर, जनशिक्षक श्याम धनगर ने संबोधित किया। प्रारंभ में स्वागत भाषण संस्था के प्राचार्य रमेशचन्द्र चन्द्रे ने दिया एवं अतिथि द्वारा डॉ. राधाकृष्णन के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। पुष्पहारों से अतिथियों का स्वागत कु. टीना मोरवाल, अरविन्द डांगी, व्याख्याता रविन्द्र खाबिया, श्रीमती सरोज आर्य ने किया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं द्वारा शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई जिसमें कई छात्र-छात्राओं ने भाग लिया।