
देवमूर्ति का क्षरण रोकने के लिए किये जायेंगे गंभीर प्रयास
मंदसौर निप्र। अष्ठमुखी भगवान श्री पशुपतिनाथ मन्दिर की व्यवस्थाओं पर गहन विचार-विमर्श के लिए आज सुबह कलेक्ट्रेट के सभागार में मंदिर प्रबंधन समिति की एक अहम बैठक सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता कलेक्टर ओमप्रकाश श्रीवास्तव ने की। बैठक में मंदसौर विधायक यशपाल सिंह सिसौदिया, मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्यगण राजेन्द्र अग्रवाल, ललित भारद्वाज, विनोद शर्मा, आयकर अधिकारी सहित समिति के अन्य सदस्यगण एवं संबंधित जिलाधिकारी भी उपस्थित थे। बैठक में अष्ठमुखी भगवान श्री पशुपतिनाथ की देवमूर्ति में दिनोंदिन हो रहे क्षरण को रोकने के लिए गंभीर प्रयास किये जाने पर विचार किया गया। तय किया गया कि जल्द ही समाज के सभी संगठनों, देवसाधकों और श्रृद्वालुओं की एक वृहद संयुक्त बैठक आयोजित कर देवमूर्ति के क्षरण को रोकने के लिए ठोस व स्थायी निर्णय लिया जायेगा। बैठक में मंदिर समिति को श्रृद्वालुओं व अन्य दानदाताओं से दानस्वरूप होने वाली आय को आयकर अधिनियम की धारा 80G के तहत आयकर से छूट दिलाने के लिए गहन विचार विमर्श किया गया। बैठक में मौजूद आयकर अधिकारी ने इस बारे में अपने सुझाव दिये। आयकर अधिकारी के सुझाये गये उपायों को अमल में लाया जायेगा। ताकि मंदिर समिति की आय को आयकर से छूट मिल सके।बैठक में तय हुआ कि मंदिर के आस-पास शिवना नदी के सौंदर्यीकरण कार्य और तेज किया जायेगा तथा पर्यटन विकास के मद्देनजर स्टाप डेम का निर्माण एवं हरियाली विस्तार के लिए अधिकाधिक संख्या में फलदार व हरे-भरे पेड पौधे लगाये जाने का निर्णय लिया गया। बैठक में महाघन्टा अभियान के तहत 2100 किलोग्राम का एक वृहद घन्टा मंदिर परिसर में ही लगाये जाने के लिए स्थल निरीक्षण कर घन्टा लगाये जाने का अनुमोदन किया गया। बैठक में पशुपतिनाथ मंदिर में पुस्तकालय/वाचनालय प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया। मंदिर में भारतीय दर्शन एवं शिवतत्व (शैव परम्पराओं) पर प्रतिमाह व्याख्यान कराने का भी निर्णय लिया गया। बैठक में तय किया गया कि मंदिर में स्थित शंख का झरना सुचारू रहेगा। बैठक में मौजूद समिति के सभी सदस्यों ने भी मंदिर परिसर की व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाने के लिए अपने-अपने सुझाव दिये।