
शासन प्रशासन की सद्बुद्धि हेतु किया सुंदरकांड का पाठ
मंदसौर। सहकारी संस्थाएँ कर्मचारी महासंघ म.प्र. के आह्वान पर सहकारी संस्थाओं के कर्मचारियों का अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन लगातार दूसरे दिन भी जारी रहा। अपना जिला केडर बनाया जाकर राज्य शासन के कर्मचारी का दर्जा दिया जाने, वेतनमान का निर्धारण एवं स्थानांतरण नीति लागू किये जाने, आदि मुख्य माँगो को लेकर सहकारी संस्थाओं के कर्मचारी साथियों द्वारा जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्या. मंदसौर की बैंकिंग शाखा के सामने जोरदार नारेबाजी एवं विरोध प्रदर्शन किया गया। सहकारी संस्थाओं के कर्मचारियों द्वारा शासन कि सद्बुद्धि हेतु ’सुंदरकांड पाठ का आयोजन’ करके विरोध दर्ज कराया गया।
सहकारी संस्थाएँ कर्मचारी महासंघ म.प्र. की जिला इकाई मंदसौर के जिलाध्यक्ष श्री नंदकिशोर धाकड़ द्वारा जानकारी देकर बताया गया कि सहकारी संस्थाओं के कर्मचारी वर्षो से अपनी छोटी-छोटी माँगो के लिए संघर्ष करते आ रहे है, परन्तु शासन के कानों पर आज तक जूं तक नही रेंगी। कर्मचारियों में भारी आक्रोश है यदि हमारी माँगो पर उचित निर्णय नही हुआ तो महासंघ के बैनर तले मध्य प्रदेश के समस्त सहकारी संस्थाओं के कर्मचारियों द्वारा आंदोलन अनिश्चितकालीन कलमबंद हड़ताल एवं धरना प्रदर्शन मांगे पूरी होने तक सुनिश्चित जायेगा, जिसमे क्रमिक भूख हड़ताल, मुंडन, अर्धनग्न उग्र प्रदर्शन किया जाएगा।
इस आंदोलन के फलस्वरूप भावान्तर योजना, गेंहू खरीदी पंजीयन, चैक वितरण जैसी महत्वपूर्ण जनकल्याणकारी योजनाएं पूर्णतः बंद रही। धरना प्रदर्शन में प्रदेशाध्यक्ष सजेंद्रसिंह खिंची, प्रदेश महासचिव हेमंत शर्मा, जिला अध्यक्ष नंदकिशोर धाकड़, जिला उपाध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा, गोपाल व्यास, बंशीलाल दइया, सुखदेव ठन्ना, अनिल पालीवाल सहित सैकडो की संख्या में जिले की सहकारी संस्थाओं के कर्मचारी उपस्थित थे। उक्त जानकारी प्रदेश मीडिया प्रभारी सहकारी संस्थाएं कर्मचारी महासंघ म.प्र. नईम पठान द्वारा दी गई।